द्वीप
जॉलीबॉय
महात्मा गाँधी राष्ट्रीय समुद्री उद्यान में स्थित द्वीप प्रवाल भित्तियों और समुद्री जीवों का जलगत दृश्य प्रदान कराता है। यह स्नोर्कलिंग, समुद्र स्नान और सूर्यकिरणों से आच्छादित समूद्र तट पर सूर्यस्नान के लिए आदर्श स्थल है ।
सिंक द्वीप
जलगत प्रवाल उद्यान का भण्डार और अप्रदूशित समुद्री तट विशेषकर दो द्वीपों को जोडती रेत की पट्टी मनमोहक है। स्कूबा डाईविंग ,तैराकी, फिशिंग और शिविर के लिए सर्वोत्तम स्थान ।
रेड स्किन
महात्मा गाँधी राष्ट्रीय समुद्री उद्यान का एक अन्य द्वीप पर सुन्दर समुद्र तट है और प्रवाल भित्तियों और समुद्री जीवों का जलगत दृश्य प्रदान कराता है।
हैवलॉक द्वीप
यह द्वीप पोर्ट ब्लेयर से लगभग 54 कि.मी. दूर यह द्वीप अनछुए समुद्र तट और अप्रदूषित पर्यावरण की गोद में आरामदेह रिसॉर्ट उपलब्ध कराता है । राधानगर समुद्र तट पर शिविर लगाने की भी सुविधा उपलब्ध है। पर्यटकों के लिए पर्यटन विभाग का अतिथिगृह डालफिन रिसॉर्ट उपलब्ध है ।
बैरन द्वीप
पोर्ट ब्लेयर से 135 कि.मी.दूरी पर ज्वालामुखी की भूमि है, बैरन द्वीप, भारत का एकमात्र जागृत ज्वालामुखी है । इस द्वीप की गोलाकार लगभग 3 कि.मी. में है और यह ज्वालामुखी का एक बड़ा सृजक है, जो कि तट से करीब आधा कि.मी. पर है और लगभग 150 फेन्थम गहरा है । केवल बोट पर ही दौरा करने की अनुमति है ।
रॉस द्वीप
किसी जमाने में यह ब्रिटिश शासन की गद्दी और इन द्वीपों की राजधानी हुआ करता था। अब यह अधिकतर टूटे-फूटे पुराने ढाँचों के साथ बीते दिनों के खंड्हर हैं ।यहॉं पर ‘‘स्मृतिका’’ नामक छोटा संग्रहालय है जिसमें इन द्वीपों से सम्बंधित फोटो ग्राफ और अंग्रेजों के अन्य दुर्लभ चीजें रखी गई हैं ।
वाइपर द्वीप
ग्रेज यहाँ पर कैदियों को लाते थे । यहॉं पर पहला जेल का निर्माण किया गया और सैल्युलर जेल के निर्माण के बाद इसे छोड़ दिया गया । इस पहाडी की चोटी पर एक फाँसीघर है जहॉं पर परित्यक्त कैदियों को फाँसी दी जाती थी । शेरअली, जिन्होंने 1872 में भारत के वाइस रॉय लार्ड मेयो की हत्या की, को यहीं पर फाँसी दी गई ।
चाथमद्वीप
इस छोटे से द्वीप में एक आरा मिल है जो समुद्र के उपर से एक पुल द्वारा जुड़ा हुआ है। यह आरा मिल एशिया का सबसे बड़ा और प्राचीन मिल है, इस द्वीप में स्थित बंदरगाह में मुख्य भूमि जाने वाले जहाजों को रखा जाता है।